नमस्कार भारत !!!
आपको जानकर ज्यादा हैरानी नहीं होनी चाहिए की लगभग मध्य प्रदेश में सभी विभागों की तरह वन विभाग में भी भ्रष्ट्राचार का असीमित सिलसिला जारी है. पैसे लेकर रेंजर, डिप्टी रंजरों, डी.एफ.ओ.,एस.डी.ओ. सी.सी.एफ. द्वारा वनों में अवैध कटाई, अवैध उत्खनन और अवैध शिकार करवाया जा रहा है. यह बात मात्र आरोप की नहीं है हमारे पास दर्ज़नों पुख्ता प्रमाण पूरे आर टी आई, फोटो, विडियो, ऑडियो के साथ उपलब्ध हैं. हमसे जितना हो सकेगा उतना यहाँ पर एक एक करके अपलोड कर रहा हूँ.
भारत के प्रधानमंत्री भी देखें और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी पढ़ें.
सबके लिए यह खुला दरवाज़ा है आयें और पढ़े देखें...
ऐसे कागजों पर चल रहा है शाइनिंग इडिया, बढ़ता भारत, उगता भारत, बदलता भारत और ग्रामोदय से भारतोदय...
क्लाइमेट चेंज के नाम पर भारत सरकार वर्ल्ड बैंक, और विदेशी समुदाय को मूर्ख बना रही है, इसी प्रकार पर्यावरण संरक्षण का हाल है. ऐसे प्रोपगंडा करने से कुछ हासिल नहीं होगा... समय है कड़े कदम उठाने के...
आइये देखिये वन और पर्यावरण विभाग की दुर्दशा...
जब बात अंतिम कार्यवाही के लिए, सस्पेंशन और टर्मिनेशन के लिए जाती है तो मध्य प्रदेश के मंत्री मिनिस्टर और विधायक सांसद अपने वोट बैंक को नुक्सान होते देख कार्यवाही रुकवा देते हैं. भरसक प्रयास में रहते हैं की कहीं वोट बैंक न विगड़ जाये... या की ये महानुभाव अपने वोट बैंक को देख लें या देश और समाज के वास्तविक विकास को. विकल्प इनके पास खुले हैं क्योंकि कहीं न कहीं हर व्यक्ति ऐसे में किसी न किसी से समाज में जुड़ा हुआ है तो यदि अपने वोट बैंक को बचाने, अपने भाई परिजन और रिश्तेदारों को बचाने और गलत कार्य करने वालों को सह देने का सिलसिला जारी रहा तो आदमी की तो कोई औकाद ही नहीं है साक्षात् भगवान् भी यदि अवतार लेकर भारत में आ जाये तो उसे भी कलयुग के भारतीय कौरवों से लड़ना पड़ेगा.. ऐसी है यहाँ की दुर्दशा...
विकास चाहिए या विनाश सुनिश्चित कर लें... पर्यावरण और वनों को संरक्षित करना होगा नहीं तो आज अल्प वृष्टि, अति वृष्टि, शूखा-अकाल, और बाढ़, बढता तापमान, क्लाइमेट चेंज, पर्यावरण असंतुलन, ग्लोबल वार्मिंग आदि से नहीं निपटा जा सकेगा..
जनता के खून पसीने की कमाई जी.डी.पी. और टैक्स के रूप में जो तनख्वाह स्वरुप इनको जो दी जा रही है उसके साथ नमक हरामी करने वालों के ऊपर सख्त और दंडात्मक कदम उठाने होंगे...
जय हिन्द जय भारत .....
आपको जानकर ज्यादा हैरानी नहीं होनी चाहिए की लगभग मध्य प्रदेश में सभी विभागों की तरह वन विभाग में भी भ्रष्ट्राचार का असीमित सिलसिला जारी है. पैसे लेकर रेंजर, डिप्टी रंजरों, डी.एफ.ओ.,एस.डी.ओ. सी.सी.एफ. द्वारा वनों में अवैध कटाई, अवैध उत्खनन और अवैध शिकार करवाया जा रहा है. यह बात मात्र आरोप की नहीं है हमारे पास दर्ज़नों पुख्ता प्रमाण पूरे आर टी आई, फोटो, विडियो, ऑडियो के साथ उपलब्ध हैं. हमसे जितना हो सकेगा उतना यहाँ पर एक एक करके अपलोड कर रहा हूँ.
भारत के प्रधानमंत्री भी देखें और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भी पढ़ें.
सबके लिए यह खुला दरवाज़ा है आयें और पढ़े देखें...
ऐसे कागजों पर चल रहा है शाइनिंग इडिया, बढ़ता भारत, उगता भारत, बदलता भारत और ग्रामोदय से भारतोदय...
क्लाइमेट चेंज के नाम पर भारत सरकार वर्ल्ड बैंक, और विदेशी समुदाय को मूर्ख बना रही है, इसी प्रकार पर्यावरण संरक्षण का हाल है. ऐसे प्रोपगंडा करने से कुछ हासिल नहीं होगा... समय है कड़े कदम उठाने के...
आइये देखिये वन और पर्यावरण विभाग की दुर्दशा...
जब बात अंतिम कार्यवाही के लिए, सस्पेंशन और टर्मिनेशन के लिए जाती है तो मध्य प्रदेश के मंत्री मिनिस्टर और विधायक सांसद अपने वोट बैंक को नुक्सान होते देख कार्यवाही रुकवा देते हैं. भरसक प्रयास में रहते हैं की कहीं वोट बैंक न विगड़ जाये... या की ये महानुभाव अपने वोट बैंक को देख लें या देश और समाज के वास्तविक विकास को. विकल्प इनके पास खुले हैं क्योंकि कहीं न कहीं हर व्यक्ति ऐसे में किसी न किसी से समाज में जुड़ा हुआ है तो यदि अपने वोट बैंक को बचाने, अपने भाई परिजन और रिश्तेदारों को बचाने और गलत कार्य करने वालों को सह देने का सिलसिला जारी रहा तो आदमी की तो कोई औकाद ही नहीं है साक्षात् भगवान् भी यदि अवतार लेकर भारत में आ जाये तो उसे भी कलयुग के भारतीय कौरवों से लड़ना पड़ेगा.. ऐसी है यहाँ की दुर्दशा...
विकास चाहिए या विनाश सुनिश्चित कर लें... पर्यावरण और वनों को संरक्षित करना होगा नहीं तो आज अल्प वृष्टि, अति वृष्टि, शूखा-अकाल, और बाढ़, बढता तापमान, क्लाइमेट चेंज, पर्यावरण असंतुलन, ग्लोबल वार्मिंग आदि से नहीं निपटा जा सकेगा..
जनता के खून पसीने की कमाई जी.डी.पी. और टैक्स के रूप में जो तनख्वाह स्वरुप इनको जो दी जा रही है उसके साथ नमक हरामी करने वालों के ऊपर सख्त और दंडात्मक कदम उठाने होंगे...
जय हिन्द जय भारत .....
2 comments:
कुछ कार्यवाही हुई या नहीं 96696 45 389 पर फोन कर बताएं
कुछ कार्यवाही हुई या नहीं 96696 45 389 पर फोन कर बताएं
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