दिनांक 20 जून 2018, स्थान - लालगांव/भठवा रीवा मप्र
(कैथा, रीवा-मप्र, शिवानन्द द्विवेदी)
ज़िले के महत्वपूर्ण टू लेन सड़क क्योटी से कलवारी वाया लालगांव-भठवा सड़क की स्थिति दिन प्रतिदिन खराब होती जा रही है. एक तो सड़क के किनारों पर कटाव के कारण पानी में बही हुई जीएसबी की बजह से गड्ढे और दूसरे पूरे रूट में दिन रात बराबर चलने वाले अवैध परिवहन. दोनो ही वजहें ऐसी हैं जो इस मजबूत सड़क को नष्ट ध्वस्त करने में तुले हैं.
सड़क के किनारों में जीएसबी कटाव का उठा था मामला
ज्ञातव्य है की पिछले महीने बरसात आने के पूर्व ही सामाजिक कार्यकर्ता शिवानन्द द्विवेदी द्वारा इस सड़क मार्ग के किनारों पर हो रहे गड्ढों के विषय में मामला उठाया गया था जो की ज़िले और प्रदेश भर की मीडिया में तो था ही साथ ही मामले को भोपाल स्थित मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन के एम डी तक बात रखी गई थी.
अब तक हुई मात्र आंशिक कार्यवाही
जब मामला मीडिया के माध्यम से तूल पकड़ा और उखड़ी हुई सड़क की फ़ोटो सोशल मीडिया से लेकर मीडिया में छपी थी तो भोपाल से शिकायत के आधार पर कुछ आंशिक कार्यवाही भी की गई थी जिसमे कुछ गड्ढों को लेबरों के द्वारा मोरम डालकर भरने का काम किया गया था जिसकी की फ़ोटो भी यहां पर संलग्न हैं परंतु इस कार्यवाही को मात्र 5 परसेंट ही कहा जा सकता है. अभी भी किनारों पर काफी मोरम और जीएसबी का बहाब हुआ है जिससे गड्ढे स्पष्ट नजर आते हैं ऐसे में बरसात के बाद स्थिति और भी दयनीय हो जाने की संभावना है जिसमे भारी ट्रकों के टायरों का किनारों से गुजरने की वजह से किनारे टूटेंगे जिसकी वजह से दायरा सड़क के अंदर तक आएगा और पूरी सड़क को खतरा बन जाएगा.
ओवरलोडेड वाहनों में नही हुई कोई कमी
थाना बैकुंठपुर, सिरमौर, थाना गढ़ क्षेत्र एवं लालगांव चौकी के अंतर्गत आने वाली इस क्योटी से कलवारी सड़क में ओवरलोडेड वाहनों में कोई कमी नही आ रही है जबकि कारण एकदम स्पष्ट है. चूंकि पुलिश और आर टी ओ की मिली भगत से अवैध परिवहन से वशूली का काला धंधा जोरों पर है अतः अवैध और ओवरलोडेड परिवहन पर कार्यवाही की हिम्मत किसी को नही पड़ रही है.
दलालों के माध्यम से होती है वशूली
यदि स्वयं ट्रक ड्राइवर की मानें तो इस काले धंधे का खेल काफी गहरा है जिसमे सीधे पुलिश वाले और आर टी ओ वाले तो मिले ही हुए हैं साथ ही साथ इस धंधे में दलाल भी पाल कर रखे हुए हैं. दलाल सतना और वनकुइयाँ से चलने वाले ओवरलोडेड वाहनों से पहले ही सब फिक्स करके रखते हैं और काफी उगाही इन्ही दलालों के माध्यम से ही हो जाती है. बाद में यह दलाल हर थाने और चौकियों में माल पहुचा देते हैं जिससे किसी भी प्रकार का लोकायुक्त संबंधी खतरा भी नही रहता. ट्रक ड्राइवर ने बताया की कभी कभी दिन में ओवरलोडेड ट्रक को पकड़ लिया जाता है जिससे बचने के लिए ट्रक वाले अपने ट्रकों को कहीं सड़क के किनारे लगा देते हैं और फिर रात में परिवहन करते हैं जिसकी जानकारी पुलिश को पहले से ही होती है. चूंकि रात में फसने का खतरा कम रहता है और साथ ही आवागमन भी कम रहता है इसलिए रात में अवैध परिवहन करना ज्यादा फायदे का सौदा होता है.
रायपुर कर्चुलियान के पास टोल टैक्स बचाने के लिए क्योटी कलवारी मार्ग मे होता है अवैध परिवहन
यह अवैध परिवहन रायपुर कर्चुलियान के पास स्थित जोगिनहाई टोल प्लाजा में टोल टैक्स बचाने के उद्देश्य से करते हैं. बनकुइयाँ से ज्यादातर आने वाले यह ट्रक गिट्टी और डस्ट लेकर यूपी की तरफ जाते हैं लेकिन ओवरलोडेड होने के कारण टैक्स ज्यादा लगता है जिसे बचाने के लिए रायपुर मनगवां की तरफ से न जाकर बैकुंठपुर से क्योटी कलवारी रास्ता निकलते हैं. ज्ञातव्य है की क्योटी कलवारी टू लेन सड़क मार्ग में कहीं भी टोल प्लाजा नही है.
अवैध परिवहन नही रोका तो सड़क के उड़ेंगे परखच्चे, फिर आमजन गड्ढों में चलने को होगा मजबूर
इस प्रकार यदि क्योटी से कलवारी मार्ग में अवैध परिवहन नही रोका गया तो इस सड़क की स्थिति भी आज के 3 साल पहले जैसी ही हो जाएगी जिसमे पैदल चलना तक मुश्किल था वाहनों की बात कौन करे.
अभी भी इस अवैध ओवरलोडेड परिवहन की वजह से किनारों में सड़क को हुए नुकसान के अलावा भी सड़क के बीचोंबीच भी काफी नुकसान हुआ है जहाँ डाढ़, भठवा और कलवारी सहित इनके बीच में सड़क क्षतिग्रस्त हुई है.
संलग्न - 1) रीवा ज़िले के क्योटी से कलवारी सड़क मार्ग में ओवरलोडेड परिवहन की स्थिति
2) सड़क के किनारों पर अभी हाल ही हुए मरम्मत में मोरम डाला गया है उसका दृश्य.
3) सड़क के किनारों पर हुए कटाव की वजह से सड़क के क्षतिग्रस्त होने की संभावना है, कई स्थलों पर अभी भी स्थिति पहले जैसी है उसका दृश्य.
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शिवानन्द द्विवेदी, सामाजिक एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता, रीवा, मप्र
मोबाइल - 07869992139, 09589152587
3 comments:
इस सड़क से हम गुजर रहे थे तो मरम्मती करण तो चालू था परंतु रोड की पटरी की ही मिट्टी को लेवर फाबड़े से खीच कर लगभग चार अंगुल डामर के किनारे कुछ कुछ जगह पर डाल रहे थे! जिससे साफ सिद्ध होता है कि कहीं न कहीं विभागिय अधिकारियों की लापरवाही बर्ती गयी है!
कियों कि यह मामल 4-5 बार मीडिया मे प्रकासित हो चुका है और विभाग (सग्जान) नहीं हो रहा है!
आपने बिल्कुल सही कहा है यह एक व्यापक जनहित के मसला है जिज़ पर सरकार और विभाग दोनो को ध्यान देने की जरूरत है
Now these days road rage is happening with everyone . Bad quality of road is causing it probably. Dear shivanand ji thanks for publishing this blog .
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