दिनांक 09 जून 2018, स्थान - लालगांव/गढ़ रीवा मप्र
(कैथा, शिवानन्द द्विवेदी, रीवा मप्र)
17 लाख से अधिक का बकाया होने के कारण जिस ट्रांसफार्मर को लगाने में काफी दिक्कत हो रही थी वह अतरैला ग्राम का 100 केवीए का जला ट्रांसफ़ॉर्मर आज 2 माह से अधिक समय के बाद काफी मसक्कत के बाद बदला गया. यद्यपि मूल कारण अभी भी स्पष्ट है की नियमानुसार बिना 20 प्रतिशत बिजली बिल दिए नया ट्रांसफ़ॉर्मर लगाना टेढ़ी खीर थी परंतु सामाजिक कार्यकर्ता के प्रयाशों और साथ ही बिजली विभाग की मेहरबानी से जला हुआ 100 केवीए का ट्रांसफ़ॉर्मर दिनांक 09 जून को बदल दिया गया.
77 लाख उपभोक्ताओं का बिजली बिल माफ किया जाना भी एक कारण
प्रदेश के बिजली उपभोक्तओं अथवा यूं कहें की प्रदेश के डिफाल्टर बिजली उपभोक्ताओं के लिए अभी हाल ही में प्रदेश सरकार की यह घोषणा की उनका बिजली बिल माफ कर दिया जाएगा काफी राहत देने वाला था.
यद्यपि प्रयाश और फ़ोन कॉल तो आये दिन ही किए गए की किसी प्रकार से नया ट्रांसफ़ॉर्मर लगा दिया जाए पर एक कारण यह भी माना जा सकता है की चूंकि सरकार ने वैसे भी आमजन और किसानों के लंबित बिजली बिल माफ किये जाने की बात कही थी अतः बिजली विभाग के पास भी एक आधार भी बन गया और ट्रांसफ़ॉर्मर बदल दिया गया.
पानी है मानवाधिकार, और गर्मी में बिजली बिना पानी मिलना कठिन
जिस प्रकार पूरी गर्मी की ऋतु में पानी के लिए जद्दोजहद हुई है उससे साफ जाहिर था की ट्रांसफ़ॉर्मर न लग पाने से समस्या और भी विकराल रूप लेती. इसी बात को लेकर बिजली विभाग और सरकार के ऊपर भी दबाब बना और ट्रांसफ़ॉर्मर बदला गया. अब नए ट्रांसफ़ॉर्मर के लग जाने से बन्द बोरवेल प्रारम्भ हो जाएंगे और जिन लोगो के घरों में अपने व्यक्तिगत बोरवेल लगे हुए हैं उन्हें पानी की दिक्कत समाप्त हो जाएगी साथ ही उनके घरों के आसपास शूखे नलकूप के कारण समस्या झेल रहे अन्य ग्रामीणों को भी इन्ही मोटर पंप वाले उपभोक्तओं से पानी मिलता रहेगा जिससे आमजन को समस्या से काफी हद तक छुटकारा मिल जाएगा.
उपभोक्ताओं को बिजली बिल जमा करना चाहिए
यद्यपि बिजली पानी सड़क और आवास किसी भी देश की जनता का मूलभूत मानवाधिकार है और हर एक लोकतांत्रिक सरकार का यह संवैधानिक दायित्व बनता है की अपनी जनता को इन मूलभूत अवश्यकताओं की पूर्ति करे परंतु जनता को भी इस बात को नही भूलना चाहिए की किसी भी देश का विकाश जनता के द्वारा ही होता है और एक एक पैसे टैक्स और सेवाकर से प्राप्त पैसों से ही देश की जीडीपी और अर्थव्यवस्था चलती है अतः यदि हर व्यक्ति यह समझ लेगा की हमे सब कुछ सरकारें फ्री में उपलब्ध करवाएं और हमे कुछ करना न पड़ा तो कुछ समय बाद देश की अर्थव्यवस्था चौपट हो जाएगी और देश में अराजकता फैल जाएगी क्योंकि जो लोग ज्यादा पैसे कमाकर सरकार को ज्यादा टैक्स दे रहे हैं और ज्यादा सेवाकर दे रहे हैं वह भी आंदोलन करने लगेंगे और कहेंगे की हम भी काम क्यों करें जब सब कुछ फ्री में ही मिल रहा है. ऐसे में एक सभ्य और अच्छे देश की यह पहचान है की उसके नागरिक अपनी राष्ट्रीय और सामाजिक जिम्मेदारी को भी समझें और देश के विकाश में अपनी भूमिका निभाएं. नियमित बिजली का बिल भरें और यदि बिजली कंपनियां मनमुताबिक बिजली बिल उगाहें तो उसके विषय में संबंधित फोरम में शिकायत दर्ज कराएं. एक जिम्मेदार नागरिक से ही जिम्मेदार समाज बनता और अच्छा राष्ट्र बनता है.
त्योंथर डी ई श्री आरसी पटेल ने दी जानकारी
मप्र पूर्व क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड के त्योंथर संभाग डी ई श्री आरसी पटेल ने दिनांक 09 जून को शुबह 9 बजे लालगांव डीसी और जवा एई अंतर्गत आने वाले अतरैला ग्राम के जले हुए 100 केवीए के ट्रांसफ़ॉर्मर को बदले जाने की सूचना सामाजिक कार्यकर्ता शिवानन्द द्विवेदी को दी. निश्चित तौर पर दबाब की बात छोंड़ दें तो वर्तमान में बनाये गए नियमावली के अनुसार 20 प्रतिशत बिजली बिल चुकता न हो पाने की स्थिति में ट्रांसफ़ॉर्मर बदले जाने का निर्णय सर्वथा ऊर्जा विभाग के पास ही सुरक्षित रहता है परंतु जिस प्रकार त्योंथर डीई एवं लालगांव डीसी के जेई श्री उमाशंकर दुबे ने इस भीषण गर्मी में ट्रांसफ़ॉर्मर लगाने का निर्णय लिया वह विभाग के मानवीय पहलू को भी दर्शाता है. निश्चित इतने दिनों के बाद जबकि काफी बिजली बिल बकाया था ट्रांसफ़ॉर्मर लगाया जाना आमजन के लिए काफी राहत देने वाला है. संभवतः पिछले 2 माह की भीषण गर्मी झेल चुके उपभोक्ताओं के लिए मोटर पंप का ठंडा ठंडा पानी काफी राहत देने वाला होगा.
संलग्न - ज़िले के त्योंथर डी ई अंतर्गत लाल गांव डीसी एवं जवा एई के अतरैला ग्राम का 100 केवीए का जला ट्रांसफ़ॉर्मर बदलते बिजली विभाग के कर्मचारी.
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- शिवानन्द द्विवेदी, सामाजिक एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता,
रीवा मप्र, मोबाइल - 07869992139, 09589152587
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