Monday, January 29, 2018

Rewa, MP - रीवा के किसानों का खरीदी केंद्रों में फसा करोड़ों रुपये, स्वयं अपनी बेची धान के पैसे के लिए लगा रहे बैंकों के चक्कर

दिनांक 29 जनवरी 2018, स्थान - गढ़/गंगेव रीवा मप्र।

  (शिवानंद द्विवेदी, रीवा मप्र)

        ज़िले के खरीदी केंद्रों में किसानों का पैसा पिछले कई महीनों से फसा हुआ है। किसान अपनी धान बेचकर फुरसत हो गया लेकिन खरीदी केंद्रों से समय पर इस धान का उठाव न हो पाने की वजह से किसानों के खातों में बेंची गई राशि समायोजित नही हो पाई है। कुछ समितियां जैसे हिनौती आदि की धान का पूरी तरह से उठाव हो जाने पर भी नागरिक आपूर्ति निगम की लापरवाही की वजह से राशि किसानों के खाते में नही आ पा रही है।

      दिनांक 29 जनवरी को डिप्टी जीएम केंद्रीय सहकारी बैंक मर्यादित रीवा देवेश पांडेय से प्राप्त जानकारी में बताया गया कि कुल 100 करोड़ से अधिक की राशि अभी सरकारी पेंच में फसी हुई है। 55 करोड़ रुपये 25 जनवरी को एस बी आई रीवा को भोपाल से भेजे गए थे लेकिन छुट्टी होने के कारण राशि समितियों के खातों में नही पहुच पायी है। 29 जनवरी को रीवा में टीएल मीटिंग में प्रभारी कलेक्टर रीवा द्वारा राशि को समायोजित करने के निर्देश दिए गए हैं। बताया गया है कि कुछ जरूरी कागज अभी भी भोपाल से अप्राप्त हैं इस कारण 25 जनवरी को भेजी गई 55 करोड़ की राशि संबंधित समितियों में नही भेजी जा सकी है जिस कारण पूरे जिले के किसानों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है। देवेश पांडेय का कहना था कि समस्या का समाधान अगले 3 या 4 दिनों में कर दिया जाएगा और 55 करोड़ की राशि किसानों के खातों में भेज दी जाएगी।

      आगे बताया गया कि किसानों की ज़िले की समितियों द्वारा खरीदी गई धान की लगभग 65 करोड़ रुपये की राशि अभी और अपेक्षित है जो भोपाल से भेजी जानी है।

     - शिवानंद द्विवेदी सामाजिक मानवाधिकार कार्यकर्ता रीवा मप्र।

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