*Breaking: गौशाला के नाम पर रीवा जिले में बड़ा घोटाला, कोनी कला ताजा उदाहरण// घटिया गुणवत्ताविहीन कार्य का ग्रामीणों ने किया विरोध// अमानक सामग्री के प्रयोग से गोशाला योजना पर प्रश्नचिन्ह// हिंदूवादी सरकारों के शासन में बेजुबान गोवांशों के साथ अन्याय// भ्रष्टाचारियों ने गौमाता को भी नही बख्शा// मनरेगा के कार्य यूपी के मजदूरों से कराए जा रहे // पूर्व सचिव विवेकानंद पांडेय का कारनामा// कोनी कला जवा जनपद का है मामला//*
दिनांक 7 जून 2023 रीवा मध्य प्रदेश।
मध्यप्रदेश में गोमाताओं के लिए बनाई जा रही गौशालाओं में जमकर भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है। ताजा मामला रीवा जिले के जवा जनपद अंतर्गत कोनी कला ग्राम पंचायत का है जहां पिछले कार्यकाल में राशि आहरण किए जाने के बाद अब काम कराया जा रहा है जबकि मनरेगा के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।
मौके पर जब एक्टिविस्ट शिवानंद द्विवेदी पहुंचे तो उपस्थित मजदूरों से पूछताछ में पता चला कि लगभग 14 मजदूर उत्तर प्रदेश चित्रकूट से बुलाए गए हैं जिनसे मनरेगा योजना की लगभग 37 लाख रुपए की लागत का कार्य करवाया जा रहा है। मजदूरों के मुखिया शंकर रावत ने बताया कि वह चित्रकूट निवासी हैं और उनके गांव के आसपास के 14 मजदूर लेकर कोनी कला में गौशाला बनाने के लिए ठेकेदार विवेकानंद पांडेय के द्वारा उन्हें बुलाया गया है। जानकारी लेने पर पता चला कि शंकर रावत ने जिस विवेकानंद पांडेय को ठेकेदार बताया है वह कोनी कला ग्राम पंचायत का पूर्व सचिव रह चुके हैं। बड़ा सवाल यह था कि पूर्व के पंचायती कार्यकाल में पदस्थ रहे सचिव के द्वारा अपने आप को ठेकेदार बताते हुए कैसे उत्तर प्रदेश से मजदूरों को बुलाकर वर्तमान पंचायती कार्यकाल में मनरेगा योजना की गौशालाओं के कार्य करवाए जा रहे हैं।
इस पूरे मामले से शासन-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जाता है। यह हाल मात्र कोनी कला ग्राम पंचायत का ही नहीं है बल्कि देखा जाए तो संपूर्ण रीवा जिले और पूरे मध्यप्रदेश में यही हाल हैं जहां गौशालाओं के कार्य अधूरे पड़े हैं और ठेकेदारी प्रथा से काम कराए जा रहे हैं। गौशालाओं के पैसे भ्रष्टाचारी लेकर उड़न छू हो गए हैं। जिन गौशालाओं में गोवंशों को सुरक्षा पोषण और संवर्धन देने का सपना प्रदेश सरकार के द्वारा दिखाया गया था वहां भ्रष्टाचार के नंगे नाच चल रहे हैं।
*निगरानी अधिकारी ही सर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबे*
बड़ा सवाल यही है कि आखिर इस भ्रष्टाचार की निगरानी कौन करता है? ग्राम पंचायतों में बड़ी योजनाओं के तहत कराए जा रहे बड़े निर्माण कार्यों की निगरानी करने की जिम्मेदारी जनपद और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के अधीन रहती है। लेकिन जब स्वयं मुख्य कार्यपालन अधिकारी ही सर से पांव तक भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी में डूबे हुए हैं तो ऐसे में सवाल यह है कि निगरानी कौन करेगा। ग्राम पंचायतों के सरपंच सचिव बिना मूल्यांकन किए हुए और बिना पंचायत सामग्री माल क्रय अधिनियम का पालन किए हुए दनादन पैसा आहरित कर रहे हैं और यह कमीशन ऊपर तक पहुंचा रहे हैं तो ऐसे में निगरानी करने वाला भी आंख में पट्टी बांधे बैठा हुआ है जिसका नतीजा कोनी कला ग्राम पंचायत जैसी पंचायतों में देखने को मिल रहा है जहां सरकार की महत्वाकांक्षी गौशाला योजना भ्रष्टाचार की बलि चढ़ती जा रही है।
*कोनी कला में व्यापक भ्रष्टाचार पर कार्यवाही को लेकर अड़े लालमणि साहू*
ग्राम पंचायत कोनी कला के निवासी लालमणि साहू ने बताया कि उन्होंने ग्राम पंचायत कोनी कला में हुए व्यापक भ्रष्टाचार की एक लंबे अरसे से शिकायत की है लेकिन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत और जिला पंचायत के द्वारा जांच में बार-बार लीपापोती किया जाकर घटिया कार्य को भी उचित ठहराया गया और उनकी शिकायत को बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मामले की शिकायत लोकायुक्त भोपाल और पंचायत विभाग के वरिष्ठ कार्यालयों में भी की गई है जिस पर अभी जांच होना बाकी है। लालमणि ने कहा कि वह नहीं चाहते कि जिला स्तर के कोई भी अधिकारी उनकी जांच करें। साहू ने बताया उनकी शिकायत की जांच भोपाल की टीम अथवा संभागीय स्तर की टीम के द्वारा किया जाना चाहिए।
*गौशाला निर्माण में अमानक और घटिया सामग्री का उपयोग*
रीवा जिले की जवा जनपद की कोनी कला ग्राम पंचायत में मौके पर उपस्थित होकर पाया गया की अमानक घटिया गुणवत्ताविहीन सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। गौशाला निर्माण में उपयोग की जाने वाली ईंट गांव के भट्टे से निकाली गई है और साथ में बालू के स्थान पर जुड़ाई में घटिया डस्ट का उपयोग किया गया है। वही जब बीम कालम की तरफ देखा गया तो पाया गया कि कालम और बीम भी गुणवत्ताविहीन तरीके से टेढ़ी-मेढ़ी बनाई गई है जो स्तरहीन कार्य का परिचायक थी। मौजूद लेबरों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें मात्र छपाई और फर्श बनाने का ही कार्य दिया गया है जबकि इसके पहले जुड़ाई बीम कालम डालने का कार्य किसी दूसरे ठेकेदार के द्वारा किया गया है।
*संलग्न*- कृपया न्यूज़ मटेरियल के साथ गौशाला निर्माण से संबंधित वीडियो प्राप्त करें।
*स्पेशल ब्यूरो रिपोर्ट रीवा मध्य प्रदेश*
No comments:
Post a Comment