*Breaking: हनुमना मऊगंज का पोतनारी माइनर टैंक बता रहा अपनी बदहाली की दास्तान// करोड़ों की लागत से बनाए गए जल संसाधन विभाग के बांधों की स्थिति दयनीय// बेलहा जूड़ा छुहिया पाड़र आदि के बाद अब पोतनारी बांध की भी हालत जर्जर // बांध से जुड़ी नहर की स्थिति भी दयनीय// जगह जगह टूटी नहर से किसानों की आय दुगुनी होने पर खड़े हुए बड़े सवाल // सामाजिक कार्यकर्ता एवं जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जिले के माइनर टैंकों का किया जा रहा भौतिक सत्यापन//*
दिनांक 14 जून 2023 रीवा मप्र।
जिले के प्रमुख माइनर टैंकों का वरिष्ठ अधिकारियों और रिटायर्ड चीफ इंजिनियरों की उपस्थिति में भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। जल संसाधन विभाग के द्वारा बनवाए गए इन बांधों की स्थिति दिन प्रतिदिन दयनीय होती जा रही है। अब तक किए गए लगभग एक दर्जन माइनर बैंकों के निरीक्षण में यह बात सामने आ चुकी है जल संसाधन विभाग की उदासीनता भ्रष्ट कमीशनखोर अधिकारियों की मिलीभगत और जल उपभोक्ता और निगरानी समिति की संलिप्तता के चलते निर्माण से लेकर अब तक बांधों का कोई रखरखाव ही नहीं किया गया जिसकी वजह से जगह-जगह कटाव, सॉइल सेटलमेंट, सॉइल इरोजन, सॉइल कॉम्पेक्शन, पिचिंग के पत्थरों का उखड़ जाना, लोंगिट्यूडनल और क्रॉस ड्रेन का विलुप्त हो जाना, वेस्ट बियर की खराब हालात, श्लूस एरिया में गड़बड़ी, बांधों के कैचमेंट एरिया में वेजा अतिक्रमण, रखरखाव के अभाव की वजह से सीपेज के कारण पानी का बांधों से जुड़ी हुई नहरों में जगह-जगह टूटने के कारण किसानों की फसल को नष्ट करना अथवा सिंचाई न हो पाना जैसे कई ऐसे कारण सामने आ चुके हैं जिससे बहुत स्पष्ट तौर पर यह पता चलता है सरकार की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है। एक तरफ जहां भारत के प्रधानमंत्री और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रीवा जिले में आकर देश प्रदेश के किसानों की आय और फसल उत्पादन चौगुनी और 10 गुनी किए जाने के कसीदे पढ़ते हैं वहीं यदि देखा जाए तो किसानों के लिए उनकी मूल पूंजी वापस कर पाना मुश्किल पड़ रहा है।
*बेलहा जूड़ा छुहिया और पाडर आदि के बाद अब पोतनारी बांध की स्थिति भी दयनीय*
मऊगंज हनुमना क्षेत्र के पोतनारी बांध में भी एक बार मौका मुआयना किया गया और भीषण गर्मी और दोपहर की कड़ी धूप में एक्टिविस्ट शिवानंद द्विवेदी जल संसाधन विभाग के रिटायर्ड वरिष्ठ चीफ इंजीनियर एसडीएस परिहार एवं अधीक्षण अभियंता नागेंद्र प्रसाद मिश्रा और अन्य ग्रामीण जनों की उपस्थिति में जब पहुंच कर देखा गया तो पोतनारी माइनर टैंक में भी रखरखाव का अभाव और व्यापक भ्रष्टाचार दिखा और उससे लगी हुई नहर जगह-जगह टूटी नजर आई। इसके विषय में ग्राम क्षेत्र के लोगों ने नहर में घुसकर इशारे से उन टूटे भागों को दिखाया और बताया कि किस प्रकार जब से यह बांध और नहर बनी है उन्हें किसी भी तरह की सिंचाई का लाभ प्राप्त नहीं हुआ।
आइए देखते हैं इस विशेषांक में कि कैसे मऊगंज हनुमना क्षेत्र के पोतनारी बांध में और उससे जुड़ी हुई नहर में भ्रष्टाचार की नई इबारत लिखी गई और किसानों को किस प्रकार से शोषण किया गया।
*स्पेशल ब्यूरो रिपोर्ट रीवा मध्य प्रदेश*
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