Thursday, June 15, 2023

Breaking: यह तस्वीरें आपको आश्चर्य में डाल देंगी// क्या हुआ जब जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ चीफ इंजीनियर बांध में बने बड़े गड्ढे में घुस गए? // जल संसाधन विभाग का भ्रष्टाचार देख कहीं आपके होश न उड़ जाएं// देखिए कैसे रिटायर्ड चीफ इंजीनियर एसबीएस परिहार ने गोवर्दहा बांध के भीट में बने गड्ढे में उतरकर विभाग के भ्रष्टाचार की खोली पोल//

*Breaking: यह तस्वीरें आपको आश्चर्य में डाल देंगी// क्या हुआ जब जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ चीफ इंजीनियर बांध में बने बड़े गड्ढे में घुस गए? // जल संसाधन विभाग का भ्रष्टाचार देख कहीं आपके होश न उड़ जाएं// देखिए कैसे रिटायर्ड चीफ इंजीनियर एसबीएस परिहार ने गोवर्दहा बांध के भीट में बने गड्ढे में उतरकर विभाग के भ्रष्टाचार की खोली पोल//*
दिनांक 15 जून 2023 रीवा मध्य प्रदेश।


  मध्यप्रदेश में किसानों की आय दोगुनी किए जाने के दावों की पोल एक-एक करके खुलती जा रही है। जाहिर है जब नहर और पानी ही नहीं होगा तो किसानों की फसल उत्पादन कैसे होगा। और ऐसे में फिर किसानों की आय दुगनी तो दूर उनकी मूल पूंजी वापस हो जाए यह बड़ी बात होगी।  
   कागजों पर स्वतंत्रता प्राप्ति से लेकर आज तक हजारों योजनाएं संचालित हो रही हैं। किसानों को कागजों पर पानी मिल रहा है, कागजों पर सिंचाई हो रही है, कागजों पर उत्पादन बढ़ रहा है और कागजों पर ही आय दोगुनी से लेकर 10 गुनी तक बढ़ रही है लेकिन हकीकत क्या है वह हम आपको दिखा रहे हैं जो लगातार विंध्य क्षेत्र के रीवा जिले में बनाए गए बांधों और खस्ताहाल नहरों की स्थिति देखी जा सकती है जिससे आप आसानी से अंदाजा लगा सकते हैं। जल संसाधन विभाग द्वारा बनाए गए बांधों की हकीकत यह है कि रिटायर्ड चीफ इंजीनियर ही बांधों में बने हुए गड्ढों बांधों के बीच में बने हुए गड्ढों में घुसकर बता रहे हैं कि कितना व्यापक स्तर का भ्रष्टाचार किया गया है। यहां पर इस वीडियो में आप देख सकते हैं कि कैसे बाणसागर नहर मंडल के रिटायर्ड चीफ इंजीनियर एसबीएस परिहार जब हनुमना मऊगंज क्षेत्र के गोवर्दहा बांध पर पहुंचे और उन्होंने देखा कि भीड़ में सैकड़ों ऐसे गड्ढे बने हुए हैं जिससे बांध टूटने की कगार पर है। उन्होंने बताया कि तकनीकी तौर पर इसे पाइपिंग कहते हैं और जब पाइपिंग आगे बढ़ कर बांध के भीतरी दीवाल जहां पर पिचिंग का कार्य होता है उससे जुड़ जाता है तो पानी प्रेशर के कारण बांध टूट जाता है और जिस प्रकार से गोवर्दहा बांध की स्थिति आज बनी हुई है इसमें कोई संदेह नहीं है कि आने वाले कुछ महीनों अथवा वर्षों में यह बांध टूट जाएगा और फिर उन्हें इसके मेंटेनेंस के नाम पर लाखों करोड़ों की राशि जनता की गाढ़ी कमाई और टैक्स के पैसे से रिपेयरिंग में लगा दिया जाएगा और फिर एक बार रिपेयरिंग के नाम पर भी भ्रष्टाचार हो जाएगा। बता दें कि इस बीच बाणसागर बांध के रिटायर्ड अधीक्षण अभियंता नागेंद्र प्रसाद मिश्रा भी मौजूद थे जिन्होंने इस पूरे मामले को देखकर अपने सर पर हाथ पटकते हुए कहा कि इतना व्यापक भ्रष्टाचार तो कभी उनके कार्यकाल में भी नहीं था जितना आज देखने को मिल रहा है।
  आप भी देखिए कि कैसे बाणसागर नहर मंडल के रिटायर्ड चीफ इंजीनियर एसबीएस परिहार जब मऊगंज हनुमना क्षेत्र के गोबर्दहा बांध को देखने गए तो बांध के ऊपर बने सैकड़ों गड्ढों में घुसकर कैसे उन्होंने दिखाया कि जल संसाधन विभाग का भ्रष्टाचार किस हद तक बढ़ गया है।
*स्पेशल ब्यूरो रिपोर्ट रीवा मध्य प्रदेश*

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