"One who is unattached to the fruits of his work and who works as he is obligated is in the renounced order of life, and he is the true mystic: not he who lights no fire and performs no work". - |||श्रीमद भगवद गीता, अध्याय 6, Verse 1|||
Wednesday, June 21, 2023
Breaking: भ्रष्टाचार की शिकायत पर सीईओ ने फरियादी को धमकाया, सीईओ सौरभ संजय सोनवणे ने कहा FIR दर्ज करवा देंगे// रीवा सीईओ जिला पंचायत का कारनामा भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही के स्थान पर उल्टा फरियादी पर बना रहे दवाब // भ्रष्टाचारियों को संरक्षण का अनोखा मामला // चौरी और सेदहा पंचायत के भ्रष्टाचारियों को सीईओ जिला पंचायत से मिल रहा संरक्षण// जिले की अधिकतर पंचायतों के यही हाल // भ्रष्टाचार की शिकायत करना आम नागरिकों को पड़ रहा भारी// वसूली को विलुप्त अथवा कम करने का खेला जा रहा खेल //
Thursday, June 15, 2023
Breaking: सुनो सरकार! बिना पानी कैसे करोगे किसानों की आय दुगुनी? // जब पतनारी बांध से जुड़ी नहर की बदहाल टूटी स्थिति को ग्रामीणों ने नहर में घुसकर दिखाया // मऊगंज हनुमना क्षेत्र के बांधों और उससे जुड़ी नहरों को लेकर उठ रहे सवाल // निरीक्षण में ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए नहरों और बांधों की स्थिति दयनीय // किसानों की आय दुगुनी करने की सरकार की मंशा पर प्रश्नचिन्ह // किसानों ने कहा सरकार सिर्फ लालीपोप पकड़ने में माहिर, किसानों की किसको चिंता //
*Breaking: सुनो सरकार! बिना पानी कैसे करोगे किसानों की आय दुगुनी? // जब पतनारी बांध से जुड़ी नहर की बदहाल टूटी स्थिति को ग्रामीणों ने नहर में घुसकर दिखाया // मऊगंज हनुमना क्षेत्र के बांधों और उससे जुड़ी नहरों को लेकर उठ रहे सवाल // निरीक्षण में ग्रामीण क्षेत्रों में बनाए गए नहरों और बांधों की स्थिति दयनीय // किसानों की आय दुगुनी करने की सरकार की मंशा पर प्रश्नचिन्ह // किसानों ने कहा सरकार सिर्फ लालीपोप पकड़ने में माहिर, किसानों की किसको चिंता //*
दिनांक 16 जून 2023 रीवा मध्य प्रदेश।
पिछले कई एपिसोड से आप जल संसाधन विभाग में व्याप्त व्यापक भ्रष्टाचार के नमूने देख रहे हैं। मध्य प्रदेश के इतिहास में शायद ही इसके पहले जल संसाधन विभाग और उनके द्वारा बनाए गए बांधों नहरों और वाटर स्ट्रक्चर के विषय में कभी भी इतना व्यापक स्तर का कवरेज किया गया हो। मेन स्ट्रीम मीडिया में आज बॉलीवुड स्टार और सेलिब्रिटीज कौन से कपड़े पहन रहे हैं, क्या खाए हैं, और कहां जा रहे हैं यह दिखाने और अपनी टीआरपी बढ़ाने से फुर्सत नहीं है तो भला गांव क्षेत्र में सुदूर स्थित बांधों और नहरों और गरीब किसानों के विषय में इतना बृहद और व्यापक कवरेज दिखाने की भला किसके पास टाइम है और फिर इससे टीआरपी भी तो बढ़ने वाला नहीं है।
खैर कोई दिखाए या न दिखाए लेकिन हम सदैव ही ग्राउंड जीरो से सच्चाई आपके सामने लाते रहे हैं। और इसी श्रृंखला में आज एक बार पुनः हम आपको मऊगंज हनुमना क्षेत्र के पतनारी माइनर टैंक के विषय में अवगत कराएंगे। पतनारी बांध की स्थिति भी अब तक दर्जनों निरीक्षण किए गए बांधों से अलग नहीं है। इस बांध में भी वही सब समस्याएं देखने को मिली हैं जो पहले के कई बांधों में देखने को मिली थीं। मसलन बांध और उससे जुड़ी हुई नगरों के श्लुस एरिया, स्केप चैनल और मेन नहर की हालत खस्ताहाल मिली। बांध से प्रारंभ होकर कुछ ही दूर में नहर टूटी हुई पाई गई जहां जगह-जगह किसानों के खेतों में यत्र तत्र पानी बहता हुआ मिला। कई स्थानों पर तो पथरीले हिस्से में नहर की खुदाई भी पूर्ण नहीं हो पाई है। जल संसाधन विभाग बाणसागर डैम के रिटायर्ड अधीक्षण अभियंता नागेंद्र प्रसाद मिश्रा ने बताया कि पतनारी बांध उनके गांव कोल्हा के नजदीक ही है और काफी समय से वह इस पर अपनी नजर बैठे हुए हैं।
अधीक्षण अभियंता ने बताया की अंडर कैनाल पानी निकासी के लिए बनाई गई पुलिया चोक कर गई है और साथ में यह जगह जगह टूट गई है जिसकी वजह से न तो इस बांध और इन नहरों का किसानों के लिए कोई उपयोग हो पाया है। वहां के किसान वंशमणि प्रसाद पांडे और राजेंद्र दुबे ने बताया कि जब से नहर बनी है तब से उनके खेतों में पानी नहीं पहुंचा। बताया गया कि ठेकेदार जब काम छोड़ कर गया तो उसने कहा कि गांव वाले अपने से नहर खोद लेंगे विभाग ने बांध तो बना दिया गया है अब नहर की बात रह गई है तो नहर खोदना गांव वालों का काम है। वहीं गांव के ही भोलई साकेत ने बताया कि बांध और नहर का उनके लिए कोई उपयोग नहीं है क्योंकि खेतों में पानी नहीं पहुंच पा रहा है। एक्टिविस्ट शिवानंद द्विवेदी ने गांव के अन्य लोगों से बात की जिसमें सभी ने लगभग एक ही तरह की समस्याएं बताई हैं और कहा कि बांध निर्माण से लेकर अब तक उनके खेतों में पानी नहीं पहुंचा है और सरकार जो उनकी आय दोगुनी करने के दावे कर रही है वह सब झूठ और फरेब है। गांव वालों ने बताया कि अपने खेतों में वह बोवाई तक नहीं कर पा रहे हैं आय क्या खाक दुगुनी होगी।
आइए देखते हैं बाणसागर डैम के रिटायर्ड अधीक्षण अभियंता नागेंद्र प्रसाद मिश्रा और उपस्थित गांव वालों ने क्या कुछ कहा।
*स्पेशल ब्यूरो रिपोर्ट रीवा मध्य प्रदेश....
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Breaking: यह तस्वीरें आपको आश्चर्य में डाल देंगी// क्या हुआ जब जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ चीफ इंजीनियर बांध में बने बड़े गड्ढे में घुस गए? // जल संसाधन विभाग का भ्रष्टाचार देख कहीं आपके होश न उड़ जाएं// देखिए कैसे रिटायर्ड चीफ इंजीनियर एसबीएस परिहार ने गोवर्दहा बांध के भीट में बने गड्ढे में उतरकर विभाग के भ्रष्टाचार की खोली पोल//
Wednesday, June 14, 2023
Breaking: हनुमना मऊगंज का पोतनारी माइनर टैंक बता रहा अपनी बदहाली की दास्तान// करोड़ों की लागत से बनाए गए जल संसाधन विभाग के बांधों की स्थिति दयनीय// बेलहा जूड़ा छुहिया पाड़र आदि के बाद अब पोतनारी बांध की भी हालत जर्जर // बांध से जुड़ी नहर की स्थिति भी दयनीय// जगह जगह टूटी नहर से किसानों की आय दुगुनी होने पर खड़े हुए बड़े सवाल // सामाजिक कार्यकर्ता एवं जल संसाधन विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा जिले के माइनर टैंकों का किया जा रहा भौतिक सत्यापन//
Monday, June 12, 2023
Breaking: 855 करोड़ के नईगढ़ी माइक्रो इरीगेशन प्रोजेक्ट में किसानों की क्षतिपूर्ति को लेकर सीई और एसई ने कह दी बड़ी बात // जल संसाधन विभाग के भ्रष्ट कमीशनखोर अधिकारियों ने जेपी कम्पनी को बचाने नही किया किसानों की नुकसानी का दावा // एचईएस मेंटेना ब्लैकलिस्टिंग प्रकरण में 1715 करोड़ की क्षतिपूर्ति किए जाने का किया गया था दावा // चीफ इंजीनियर गंगा बेसिन ने बताया था राष्ट्रद्रोह का मामला // 239 करोड़ की त्यौंथर बहाव परियोजना में देरी की वजह से 1715 करोड़ रुपए की राष्ट्रीय अनाज उत्पादन में क्षति का किया गया था दावा //
Breaking: चीफ इंजीनियर ने बता दिया कैसे बढ़ेगी बड़े बांधों की जल संग्रहण क्षमता // बांधों के वेस्ट बियर की ऊंचाई बढ़ाकर कैसे बढ़ेगी बांधों की जल क्षमता बताया चीफ इंजीनियर ने // बांधों के रखरखाव और उनकी क्षमता को लेकर किया जा रहा भौतिक सर्वेक्षण // जिले के दर्जनों माइनर टैंक की स्थिति चिंताजनक // जल संसाधन विभाग की लापरवाही का नतीजा है की खत्म हो रहे जिले के कई महत्वपूर्ण बांध // किसानों की आय दुगुनी होने पर उठ रहे सवाल//
Saturday, June 10, 2023
Breaking: चीफ इंजीनियर ने बांधों को लेकर कह दी यह बड़ी बात, जानकर रह जायेंगे हैरान // सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन अनुसार कम से कम 10 प्रतिशत भाग रहना चाहिए जलमग्न// तालाबों को पूरी तरह खाली रखना सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन और संविधान का खुला उल्लंघन// भारत का संविधान देता है सभी जीव जंतुओं को जीवन जीने का अधिकार// सिंचाई और जल संग्रहण के लिए बनाए गए बांधों से पानी खींचकर कर दिया जाता है खाली// मानव के साथ जीव जंतुओं पशु पक्षियों पर भी डैम के पानी पर नैसर्गिक अधिकार//
Friday, June 9, 2023
Breaking: नहर के लिए अटरिया शिवप्रसाद के पूर्व और वर्तमान सरपंच ने खोला मोर्चा, कहा यदि नहर नही तो मतदान का बहिष्कार // मऊगंज का है मामला, अटरिया ग्राम को माइक्रो सिंचाई परियोजना से रखा गया वंचित// ग्रामीणों में काफी आक्रोश, स्वतंत्रता से अब तक पानी के लिए जद्दोजहद कर रहे यहां के ग्रामीण// जल जीवन जागरण यात्रा का दौर जारी और अब पहुंचा मऊगंज अटरिया//
Thursday, June 8, 2023
Breaking: जलविहीन जीवनविहीन वन पाड़र डैम के रखरखाव में भी धांधली // पाड़र बांध में मात्र 40 प्रतिशत पानी का होता है भराव 60 प्रतिशत बांध रहता है खाली, जिम्मेदार कौन // टूटते, जर्जर होते बांधों से किसानों की आय दुगुनी करने की योजनाओं पर बड़ा सवाल// रिटायर्ड चीफ इंजीनियर और सामाजिक कार्यकर्ता ने कहा मात्र 30 से 40 प्रतिशत ही हो रहा पानी का भराव// मानव के साथ पशु पक्षियों को भी भीषण गर्मी में नहीं मिल रहा पानी//
Tuesday, June 6, 2023
Breaking: गौशाला के नाम पर रीवा जिले में बड़ा घोटाला, कोनी कला ताजा उदाहरण// घटिया गुणवत्ताविहीन कार्य का ग्रामीणों ने किया विरोध// अमानक सामग्री के प्रयोग से गोशाला योजना पर प्रश्नचिन्ह// हिंदूवादी सरकारों के शासन में बेजुबान गोवांशों के साथ अन्याय// भ्रष्टाचारियों ने गौमाता को भी नही बख्शा// मनरेगा के कार्य यूपी के मजदूरों से कराए जा रहे // पूर्व सचिव विवेकानंद पांडेय का कारनामा// कोनी कला जवा जनपद का है मामला//
*Breaking: गौशाला के नाम पर रीवा जिले में बड़ा घोटाला, कोनी कला ताजा उदाहरण// घटिया गुणवत्ताविहीन कार्य का ग्रामीणों ने किया विरोध// अमानक सामग्री के प्रयोग से गोशाला योजना पर प्रश्नचिन्ह// हिंदूवादी सरकारों के शासन में बेजुबान गोवांशों के साथ अन्याय// भ्रष्टाचारियों ने गौमाता को भी नही बख्शा// मनरेगा के कार्य यूपी के मजदूरों से कराए जा रहे // पूर्व सचिव विवेकानंद पांडेय का कारनामा// कोनी कला जवा जनपद का है मामला//*
दिनांक 7 जून 2023 रीवा मध्य प्रदेश।
मध्यप्रदेश में गोमाताओं के लिए बनाई जा रही गौशालाओं में जमकर भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है। ताजा मामला रीवा जिले के जवा जनपद अंतर्गत कोनी कला ग्राम पंचायत का है जहां पिछले कार्यकाल में राशि आहरण किए जाने के बाद अब काम कराया जा रहा है जबकि मनरेगा के नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है।
मौके पर जब एक्टिविस्ट शिवानंद द्विवेदी पहुंचे तो उपस्थित मजदूरों से पूछताछ में पता चला कि लगभग 14 मजदूर उत्तर प्रदेश चित्रकूट से बुलाए गए हैं जिनसे मनरेगा योजना की लगभग 37 लाख रुपए की लागत का कार्य करवाया जा रहा है। मजदूरों के मुखिया शंकर रावत ने बताया कि वह चित्रकूट निवासी हैं और उनके गांव के आसपास के 14 मजदूर लेकर कोनी कला में गौशाला बनाने के लिए ठेकेदार विवेकानंद पांडेय के द्वारा उन्हें बुलाया गया है। जानकारी लेने पर पता चला कि शंकर रावत ने जिस विवेकानंद पांडेय को ठेकेदार बताया है वह कोनी कला ग्राम पंचायत का पूर्व सचिव रह चुके हैं। बड़ा सवाल यह था कि पूर्व के पंचायती कार्यकाल में पदस्थ रहे सचिव के द्वारा अपने आप को ठेकेदार बताते हुए कैसे उत्तर प्रदेश से मजदूरों को बुलाकर वर्तमान पंचायती कार्यकाल में मनरेगा योजना की गौशालाओं के कार्य करवाए जा रहे हैं।
इस पूरे मामले से शासन-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा हो जाता है। यह हाल मात्र कोनी कला ग्राम पंचायत का ही नहीं है बल्कि देखा जाए तो संपूर्ण रीवा जिले और पूरे मध्यप्रदेश में यही हाल हैं जहां गौशालाओं के कार्य अधूरे पड़े हैं और ठेकेदारी प्रथा से काम कराए जा रहे हैं। गौशालाओं के पैसे भ्रष्टाचारी लेकर उड़न छू हो गए हैं। जिन गौशालाओं में गोवंशों को सुरक्षा पोषण और संवर्धन देने का सपना प्रदेश सरकार के द्वारा दिखाया गया था वहां भ्रष्टाचार के नंगे नाच चल रहे हैं।
*निगरानी अधिकारी ही सर से पांव तक भ्रष्टाचार में डूबे*
बड़ा सवाल यही है कि आखिर इस भ्रष्टाचार की निगरानी कौन करता है? ग्राम पंचायतों में बड़ी योजनाओं के तहत कराए जा रहे बड़े निर्माण कार्यों की निगरानी करने की जिम्मेदारी जनपद और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी के अधीन रहती है। लेकिन जब स्वयं मुख्य कार्यपालन अधिकारी ही सर से पांव तक भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी में डूबे हुए हैं तो ऐसे में सवाल यह है कि निगरानी कौन करेगा। ग्राम पंचायतों के सरपंच सचिव बिना मूल्यांकन किए हुए और बिना पंचायत सामग्री माल क्रय अधिनियम का पालन किए हुए दनादन पैसा आहरित कर रहे हैं और यह कमीशन ऊपर तक पहुंचा रहे हैं तो ऐसे में निगरानी करने वाला भी आंख में पट्टी बांधे बैठा हुआ है जिसका नतीजा कोनी कला ग्राम पंचायत जैसी पंचायतों में देखने को मिल रहा है जहां सरकार की महत्वाकांक्षी गौशाला योजना भ्रष्टाचार की बलि चढ़ती जा रही है।
*कोनी कला में व्यापक भ्रष्टाचार पर कार्यवाही को लेकर अड़े लालमणि साहू*
ग्राम पंचायत कोनी कला के निवासी लालमणि साहू ने बताया कि उन्होंने ग्राम पंचायत कोनी कला में हुए व्यापक भ्रष्टाचार की एक लंबे अरसे से शिकायत की है लेकिन मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत और जिला पंचायत के द्वारा जांच में बार-बार लीपापोती किया जाकर घटिया कार्य को भी उचित ठहराया गया और उनकी शिकायत को बंद कर दिया गया। उन्होंने कहा कि मामले की शिकायत लोकायुक्त भोपाल और पंचायत विभाग के वरिष्ठ कार्यालयों में भी की गई है जिस पर अभी जांच होना बाकी है। लालमणि ने कहा कि वह नहीं चाहते कि जिला स्तर के कोई भी अधिकारी उनकी जांच करें। साहू ने बताया उनकी शिकायत की जांच भोपाल की टीम अथवा संभागीय स्तर की टीम के द्वारा किया जाना चाहिए।
*गौशाला निर्माण में अमानक और घटिया सामग्री का उपयोग*
रीवा जिले की जवा जनपद की कोनी कला ग्राम पंचायत में मौके पर उपस्थित होकर पाया गया की अमानक घटिया गुणवत्ताविहीन सामग्री का उपयोग किया जा रहा है। गौशाला निर्माण में उपयोग की जाने वाली ईंट गांव के भट्टे से निकाली गई है और साथ में बालू के स्थान पर जुड़ाई में घटिया डस्ट का उपयोग किया गया है। वही जब बीम कालम की तरफ देखा गया तो पाया गया कि कालम और बीम भी गुणवत्ताविहीन तरीके से टेढ़ी-मेढ़ी बनाई गई है जो स्तरहीन कार्य का परिचायक थी। मौजूद लेबरों से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उन्हें मात्र छपाई और फर्श बनाने का ही कार्य दिया गया है जबकि इसके पहले जुड़ाई बीम कालम डालने का कार्य किसी दूसरे ठेकेदार के द्वारा किया गया है।
*संलग्न*- कृपया न्यूज़ मटेरियल के साथ गौशाला निर्माण से संबंधित वीडियो प्राप्त करें।
*स्पेशल ब्यूरो रिपोर्ट रीवा मध्य प्रदेश*