Saturday, January 14, 2017

(Rewa, MP) लौरी-गढ़ से हिनौती वाया कैथा-इटहा प्रधानमंत्री सड़क का कार्य प्रारंभ (Gangev Block, Rewa)

Date: 15/01/20-17. 
Place - KAITHA (Rewa, MP)
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(गढ़/गंगेव, रीवा मप्र)

       बहु प्रतीक्षित प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत बनने वाले लगभग नौ किमी लम्बे मार्ग का कार्य कैथा एवं आसपास के अन्य ग्रामों को जोड़ने वाली सडकों पर प्रराम्भ हो चुका है. 
       ज्ञातव्य हो की गढ़-लौरी से हिनौती वाया कैथा-इटहा का यह लगभग नौ किमी लम्बा मार्ग प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत बनने वाला सबसे लम्बा मार्ग हो सकता है. मौगंज में प्रधानमंत्री सड़क योजना के लिए कार्य करने वाले एजीएम श्री गुप्ता का कहना है की सामान्यतया प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत बनने वाला कोई भी मार्ग लगभग पांच किमी के आसपास होता है. जहाँ तक सवाल है  हिनौती से लौरी मोड़ तक का यह मार्ग जो कि कैथा, इटहा और अकलसी सहित कई ग्रामों से होकर गुजरता है लगभग सौ वर्ष पुराना है जिस पर शासन-प्रशासन का ध्यान न तो यहाँ के जन प्रतिनिधि आकृष्ट कर पाए और न ही कोई विधायक सांसद ही इस क्षेत्र पर मेहरबान हो सका. नतीजा यह हुआ की कैथा और उसके आसपास का विकाश कार्य हमेशा से ही ठप्प पड़ा रहा और एकदम बैकवर्ड क्षेत्र कहलाया. वर्ष 2012-13 तक यहाँ न तो उचित तरीके से बिजली मिल रही थी, न एक भी हैण्ड-पंप कार्य कर रहे थे और न ही सड़क की कोई उचित व्यवस्था थी. लौरी मोड़ से हिनौती-कैथा मोड़ वाया इतेहा-अकलसी तक की सड़क की कुल लम्बाई 12 किमी के आसपास है. इन सभी समस्याओं को देखते हुए जब देशव्यापी सार्वजनिक संस्था श्रीमद भगवद कथा धर्माथ समिति (भारत) का गठन वर्ष 2013 के जून महीने में किया गया उसी समय पानी विजली और सड़क जैसे मूलभूत अवश्यकतायों और मानवाधिकारों में से एक इन सभी मुद्दों को व्यापक पैमाने पर जिले से लेकर देश के उच्चतम विभागों जैसे प्रधानमंत्री कार्यालय नई दिल्ली तक रखा गया. नतीजा यह हुआ की जनहित के सभी प्रकरणों की सरकार द्वारा अनदेखी कर पाना संभव न था. और कहना पड़ेगा की तीनों ही मूलभूत आवश्यकताओं को सरकार ने सुना और आज यह हालात हैं सम्बंधित सभी विभाग भी इस क्षेत्र की समस्याओं को गंभीरता से ले रहे हैं. आज जब लौरी-गढ़ से हिनौती वाया कैथा-इटहा मार्ग का निर्माण कार्य प्रारंभ हो चुका है यह इस क्षेत्र के हजारों लोगों को पक्के सड़क मार्ग से जोड़ देगा जिससे पचासों ग्रामों को इससे सीधा लाभ मिलेगा. इससे पूर्व यदि कोई माताएं-बहन बीमार हो जाएँ, किसी का डिलीवरी का  केस आ जाए, किसी को कोई जहरीला सर्प डस दे, चाहे वह बच्चों को बरसात में स्कूल जाना रहा हो, अथवा कोई भी इमरजेंसी स्थिति निर्मित हो जाए, हर समय आम जनता से लेकर बड़े-बड़े जमीदारों-रसूखदारों तक को भारी मुसीबत का सामना करना पड़ता था. सब पैसेवालों और रसूखदार लोगों के  पैसे-रुपये धरे के धरे रह जाते थे और कम से कम तीन से चार किमी तक का कच्चा और लंबा सफ़र पालकी में लेकर करना पड़ता था. तब न ही कोई नेता थे और न ही जन प्रतिनिधि जो इन समस्याओं का समाधान करवाते. क्योंकि नेताओं और तथाकथित जन प्रतिनिधियों को तो अपनी जेब भरने से मतलब था उन्हें आम जनता की समस्याओं से क्या लेना देना?

        वहरहाल जब एक पूर्णतया वैज्ञानिक और गणतीय दृष्टिकोण वाला यक्ति एक सामाजिक कार्यकर्ता का चोला पहनकर इस क्षेत्र में वर्ष 2012-13 में आया और आम जनता के दुःख-दर्द को देखा तो रहा न गया और जो अपने हाँथ में था उनमे से एक कार्य बड़े ही व्यापक पैमाने पर एक हस्ताक्षर अभियान चला कर किया गया जिसमे हजारों लोगों का हस्ताक्षर अंगूठा निसानी लेकर सभी समस्याओं को सम्बंधित विभागों तक सतत पहुचाया गया. निश्चित तौर पर मीडिया का योगदान किसी भी स्तर पर कम नहीं रहा है. मीडिया जनहित के विषयों को उठाने में जनता के सदैव साथ रही है. हाँ यह कहना पड़ेगा की मीडिया को सामाजिक मुद्दों और जनहित से जुड़े मुद्दों, गरीबों, असहायों, और पीडतों की आवाज़ को सतत उठाते रहना पड़ेगा. बदलाव तो हर स्थान पर दिख रहा है पर आवश्यकता भी उसी अनुरूप बढती जा रही है इसलिए कुछ लोगों को लग सकता है की परिवर्तन नहीं हो रहा है पर यह सच्चाई नहीं है. परिवर्तन हर एक क्षेत्र में काफी हद तक हो रहे हैं. 
        आज स्थिति यह है कि ग्राम क्षेत्र में उम्मीद के अनुरूप विकाश कार्य हो रहे हैं. जहाँ जिस ग्राम की जनता जितनी अधिक जागरूक है वहां विकास की गति उतनी अधिक देखी जा सकती है. मात्र आवश्यकता है जागरूकता की इसलिए आम जनता को सब भूलकर सामाजिक हितों के लिए एकजुट  होना पड़ेगा और मिल कर अपना सहयोग देना पड़ेगा तब जाकर सर्वांगीण विकास देखा जा सकेगा और फिर उस विकास का आनंद भी लिया जा सकेगा.

         अब देखना यह होगा की यह जो प्रधानमंत्री सड़क का कार्य कैथा और उसके आसपास के ग्रामों में चल रहा है वह गुणवत्ता पूर्ण किया जाए और ठेकेदारों की मनमानी न चलने पाए. वहरहाल तो गिट्टी के ऊपर डालने के लिए राखड/बालू पनगड़ी के के-स्टार नेचुरल रिसोर्सेज प्राइवेट लिमिटेड क्रेशर प्लांट से उठाया जा रहा है. ग्रामीणों जैसे शैलेन्द्र पटेल आदि द्वारा बताया गया कि यह निम्न दर्जे का बालू हरिजन और केवट बस्ती के पास सम्बंधित सड़क ठेकेदार द्वारा आरसीसी सड़क निर्माण के लिए डंप किया जा रहा है पर ठेकेदार और साथ ही मऊगंज एजीएम श्री गुप्ता से संपर्क किया गया तो बताया गया की यह बालू/राखड गिट्टी के ऊपर डालकर रोलर चलाये जाने के लिए लाया जा रहा है. अभी तो कार्य शुरु ही हुआ है पर यदि अनियमितता प्रकाश में आती है तो निश्चित रूप से शासन-प्रशासन और मडिया के समक्ष आ ही जायेगी.

         वहरहाल इस बहुप्रतीक्षित प्रधानमंत्री सड़क निर्माण से कैथा और उसके आपपास के ग्राम-क्षेत्र की जनता में काफी खुशी है और सबको लग रहा है की अब आम जनता की भी आवाजें सुनी जा रही हैं और गरीबों के लिए भी सरकारें ध्यान देना प्रारंभ कर दी हैं.

          
          संलग्न - गढ़-लौरी से हिनौती वाया कैथा-इटहा मार्ग के निर्माण कार्य का दृश्य. चौड़ी होती रोड और एक बगीचे में डंप किया हुआ रेत. 

मोबाइल नंबर जिनसे इस विषय में और जानकारी ली जा सकती है 
- 1) सहायक एजीएम श्री गुप्ता (मऊगंज प्रधानमंत्री सड़क) - 9893379918,
   2) जीएम प्रधानमंत्री सड़क मऊगंज खंड श्री यादव - 09425304105,
   3) जीएम प्रधानमंत्री सड़क रीवा खंड श्री दवे - 09407021465
  4) ठेकेदार प्रधानमंत्री सड़क लौरी-गढ़ से हिनौती वाया कैथा इटहा - 07566120474, 09109001021


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Sincerely Yours,
Shivanand Dwivedi
(Social, Environmental, RTI and Human Rights Activists)
Village - Kaitha, Post - Amiliya, Police Station - Garh,
Tehsil - Mangawan, District - Rewa (MP)
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