कैथा पंचायत में 14.92 लाख रुपये के खेत-सड़क प्रोजेक्ट में लीपापोती
(थाना-गढ़, रीवा मप्र – शिवानन्द द्विवेदी) पंचायतों में किस हद तक भ्रष्ट्राचार व्याप्त है इसका पता इसी बात से चल जाता है की सीएम हेल्पलाइन, सीजी नेट स्वर में प्रकरण रखने के बाद जब श्री राधेश्याम जुलानिया पंचायत अपर मुख्य सचिव एवं ग्रामीण विकास विभाग द्वारा कैथा पंचायत में जांच दल भेजा गया तो वहीँ से लीपापोती प्रारंभ हो गयी. रीवा से जो जांच दल आया उसके दो सदस्यों ने मात्र कुछ एक-दो आवेदकों का कथन लिया और सब कुछ लीपापोती करके चले गए.
जिन मनरेगा आवेदकों ने मनरेगा में काम न मिलने और जेसीबी अथवा मशीन से कार्य किये जाकर मजदूरों का हक़ मारे जाने की शिकायत सीजीनेट स्वरcgnetswara.org में सामाजिक कार्यकर्ता के माध्यम से रखी थी उन मजदूरों को आज जांच के लगभग तीन महीने उपरांत भी कोई कार्य नहीं दिया गया. सभी मजदूर पुनः काम की माग कर रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.
अभी हाल ही में पुनः लगभग दर्ज़नभर आवेदकों ने सीजीनेट में प्रकरण रखा है और रोजगार सहित कार्यवाही की माग की है.
जिन आवेदकों को मनरेगा अधिनियम 2005 के अंतर्गत काम के लिए आवेदन देने के वाबजूद भी कार्य नहीं दिया गया है उनके नाम हैं – विहारी लाल साकेत, बतसिया साकेत, बुद्धसेन साकेत, देवकली साकेत, भूअर साकेत, छाठीलाल साकेत, संतोष केवट, तेजेश्वरी केवट, रावेन्द्र केवट, कैलाश केवट, सतानंद केवट, बुद्धसेन केवट, उग्रभान केवट, राजेश केवट, दिनेश केवट, प्रसंनलाल केवट, नन्दलाल केवट, सुमित्री केवट, गायत्री चतुर्वेदी, वैजनाथ केवट आदि. परन्तु महीनों भर सम्बंधित पंचायत सचिव अच्छेलाल पटेल के पास आवेदन जमा किये जाने के उपरांत भी आज तक इन हितग्राहियों को पंचायत में मनरेगा के अंतर्गत कार्य नहीं दिए गए हैं.
मनरेगा में खेत-सड़क योजना अंतर्गत 14.92 लाख रुपये के कार्य को जेसीबी और मशीन से करवाया गया – गुणवत्ता निम्न दर्जे की: कार्य एक लाख से भी कम का परन्तु निकाले जा रहे पूरे लाखों-
कैथा पंचायत जनपद पंचायत गंगेव अंतर्गत संपत्ति पटेल के घर से पंचायत भवन तक का बंद पड़ा हुआ खेत सड़क योजना का निर्माण कार्य होना बताया जा रहा है. यह कार्य 14.92 लाख रुपये का स्वीकृत बताया गया है. सूचना के अधिकार से प्राप्त जानकारी में पता चला है की यह एक किमी लम्बा मार्ग उच्च गुणवत्ता पूर्ण बनाकर ग्रेवल रोड बनाई जानी थी परन्तु यहाँ भी लीपापोती का पूरा प्रयास चल रहा है और बिना काम के ही पैसे निकाले जा रहे हैं. अभी जून 2016 में निम्न गुणवत्ता और भ्रस्ट्राचार की शिकायत पर कार्य बंद करवा दिया गया था परन्तु अभी पुनः कार्य प्रारंभ हो चुका है और मजदूरों को कोई जानकारी नहीं दी गयी. मनरेगा के जो भी मजदूरों ने कार्य के लिए आवेदन दिया था उन्हें पूंछा तक नहीं गया और सभी मजदूर बेचारे काम की आस लगाये बैठे रह गए. जब पुनः मशीनों और जेसीबी से काम प्ररम्भ किया गया और रोड पर मशीनें और जेसीबी दिखीं तो मजदूरों के होस उड़ गए. जिस पर पुनः सभी मजदूरों ने एकत्र होकर सचिव, सीइओ और कलेक्टर को पुनः ज्ञापन सौंपा है अपने अधिकारों के हनन पर कार्यवाही की मांग की है.
संलग्न- (फोटोग्राफ) पंचायत भवन से संपत्ति पटेल के घर तरफ खेत सड़क योजना का14.92 लाख रुपये का कार्य जिसमे पुनः बिना मिटटी डाले ही निम्न गुणवत्ता की थोड़ी बहुत मोरम डाली जा रही है.
(Video- कैथा निवासी शैलेन्द्र पटेल द्वारा मोबाइल से बनाया गया विडियो जिसमे जेसीबी खेत सड़क प्रोजेक्ट में चल रही है.)
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Sincerely Yours,
Shivanand Dwivedi
(Social, Environmental, RTI and Human Rights Activists)
Village - Kaitha, Post - Amiliya, Police Station - Garh,
Tehsil - Mangawan, District - Rewa (MP)
TWITTER HANDLE: @ishwarputra - SHIVANAND DWIVEDI
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