*Breaking: जब मैकेनिक राजेश दुबे ने बताया कैसे काम करेंगे पीबीटी टैंक के 2100 हॉर्स पावर के 5 पावर फुल मोटर// पीबीटी टैंक रघुराजगढ़ में चल रहा निर्माण कार्य// नईगढ़ी माइक्रो इरिगेशन संबंधित महत्वपूर्ण कार्य को दिया जा रहा अंजाम // प्रेशर ब्रेक टैंक का काम है महत्वपूर्ण, इसके बाद परियोजना में तेजी की उम्मीद//*
दिनांक 28 मई 2023 रीवा मप्र।
बाणसागर के पानी को किसानों के खेतों में पहुंचाने का सपना आज कई दशकों बाद भी अधूरा है जबकि देखा जाय तो योजनाओं के नाम पर अरबों खरबों राशि पानी की तरह बहाई जा चुकी है।
पिछले कई खबरों में आपने रीवा जिले की बदहाल नहर परियोजनाओं और बांधों के बारे में जानकारियां प्राप्त की। इसी श्रृंखला में एक बार पुनः हम आपके लिए लाए हैं सूक्ष्म सिंचाई परियोजनाओं की जानकारी। जैसा की पिछले एपिसोड में आपने देखा की कैसे 2017-18 में पूर्ण की जाने वाली माइक्रो इरिगेशन परियोजना किसानों के लिए मात्र नाइटमेयर साबित हुई है। सरकार की कथनी और करनी की पोल खोलती यह नहर परियोजनाएं किसानों की आय दुगुनी करने की डींगें हांकती हैं लेकिन धरातल की सच्चाई कुछ और ही है।
*रघुराजगढ के प्रेशर ब्रेक टैंक के कार्य पर टिका है माइक्रो इरिगेशन का दारोमदार*
बहुती मेजर कैनाल से जुड़ा हुआ रघुराजगढ़ ग्राम में बनाया जा रहा प्रेशर ब्रेक टैंक का कार्य प्रगति पर है। मौके पर पहुंचने पर वहां उपस्थित मैकेनिक से बात की गई तो उनके द्वारा काम की प्रगति के विषय में अवगत कराया गया। इलेक्ट्रिकल मैकेनिक राजेश दुबे के द्वारा बताया गया कि वह जेपी कंपनी के लिए काम कर रहे हैं और इस प्रोजेक्ट में एक लंबे अरसे से समय देते आए हैं और वह स्वयं भी चाह रहे हैं कि काम जल्दी पूरा हो जिससे वह आगे की तरफ बढ़ सकें लेकिन काम इतना ढीला है कि चींटी की चाल से चल रहा है। राजेश दुबे के द्वारा जानकारी दी गई की बहुती मेजर कैनाल से पानी दो गेट के माध्यम से पास किया जाकर इंटेक में लिया जाएगा जो प्रेशर ब्रेक टैंक के जाली नुमा छन्ने से होते हुए 5 पावरफुल और प्रत्येक 2100 हॉर्स पावर के मोटर पंप के माध्यम से पानी को प्रेशर टेक्निक से सप्लाई किया जाएगा। हालांकि रीवा जिले में अभी तक इस प्रकार की परियोजनाएं संचालित नहीं हो पाई है लेकिन नईगढ़ी माइक्रो इरिगेशन के काम के बाद बहुत कुछ धरातल पर देखने को मिलेगा।
*तमरी में 72 मीटर ऊंचाई में पानी चढ़ाए जाने का प्रावधान*
मौके पर रिटायर्ड चीफ इंजीनियर शेर बहादुर सिंह परिहार ने जब मैकेनिक राजेश दुबे से बात की तो उन्होंने बताया कि रघुराजगढ़ से लेकर तमरी तक पानी की ऊंचाई लगभग 72 मीटर है जिसे प्रेशर टेक्निक से चढ़ाया जाएगा जिसके लिए 33 केवी पावर स्टेशन की व्यवस्था बनाई गई है। उन्होंने दो बड़े एयर प्रेशर सिलेंडर दिखाया जिसके माध्यम से पानी के साथ अत्यधिक तेज हवा के दबाव के माध्यम से पानी सप्लाई किया जाना बताया गया। उन्होंने कहा कि इसी तकनीक के माध्यम से पानी को प्रेशराइज कर 72 मीटर ऊंचाई पर पानी चढ़ाया जाएगा।
फिलहाल इस अंक में इतना ही और आगे आप जुड़े रहिए नईगढ़ी माइक्रो इरिगेशन से संबंधित अधिक जानकारी के लिए….
*स्पेशल ब्यूरो रिपोर्ट रीवा मध्य प्रदेश*
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