Sunday, June 26, 2016

मध्य प्रदेश शासन की सी.एम. हेल्पलाइन (Dial 181) की दुर्दशा - मुख्यमंत्री जी के नाम खुला पत्र

प्रति                                                दिनांक......................
श्रीमान मुख्यमंत्री महोदय,                              स्थान ......................
मध्य प्रदेश शासन भोपाल ४६२००१

विषय- मध्य प्रदेश शासन द्वारा चलायी जा रही सी एम हेल्पलाइन की निष्क्रियता एवं असफलता के विषय में.

महोदय,

मैं शिवानन्द द्विवेदी पिता स्व. श्री बुद्धसेन द्विवेदी पता ग्राम कैथा, पोस्ट अमिलिया, थाना गढ़, तहसील मनगवां जिला रीवा म०प्र० निवासी हूँ.

यह कि –

१)मेरे द्वारा मेरे मोबाइल नंबर ०७८६९९९२१३९ से सैकड़ों शिकायतें विभिन्न विभागों की निष्क्रियता, एवं जन समस्याओं को लेकर राखी गयीं जिसकी कि जानकारी विभाग वार अतिरिक्त संलग्न पृष्ठ में उपलब्ध करवाई जा रही है.
२) उक्त लगभग मात्र १०% सी एम हेल्पलाइन की शिकायतों में ही संबंधितों का निराकरण किया गया और वह भी सतत रूप से कई महीनों तक शिकायतों के पीछे लगे रहने एवं चौथे लेवल तक पहुचने के बाद ही इन १०% शिकायतों का निराकरण विभागों द्वारा हो पाया. शेष लगभग ९०% सी एम हेल्पलाइन की शिकायतों में कोई सार्थक एवं सही निराकरण नहीं दिया गया तथा इन शिकायतों को बड़े ही आसानी पूर्वक असत्य एवं निराधार साबित कर दिया गया. इस प्रकार इन शिकायतों को शिकायतकर्ता से बिना संपर्क किये उसकी बिना सहमती के ही उच्च स्तर से बंद कर दिया गया.
उच्च स्तर अथवा निम्न स्तर? यदि इस प्रकार से सी एम हेल्पलाइन की शिकायतों को बिना सहमती बिना जांच के बंद कर दिया जाता है तो यह कैसा स्तर है ? यह उच्च स्तर नहीं बल्कि निम्न स्तर है. क्योंकि यह काम किसी देश अथवा प्रदेश की सरकार चलाने वाले स्तर का नहीं हो सकता बल्कि यह निम्न स्तर ही कहा जायेगा. यदि इसमें शिकायतकर्ता को प्राथमिकता नहीं दी जाएगी फिर आखिर सी एम हेल्पलाइन की क्या विशेषता है और क्या आवश्यकता ही है?  
कृपया मेरे द्वारा मेरे मोबाइल नंबर ०७८६९९९२१३९ से दर्ज सभी सी एम हेल्पलाइन की शिकायतों का पुनः निरिक्षण तथा विश्लेषण किया जाय नहीं तो सी एम हेल्पलाइन को पूर्णतया बंद कर दिया जाय एवं उसके स्थान पर कोई अन्य सार्थक एवं जन सुलभ विकल्प पर विवहार किया जाये.
मेरे स्वयं के अनुभवों के आधार पर यह घोषणा करता हूँ की आपके द्वारा चलायी जा रही सी एम् हेल्पलाइन समय और पैसे की बर्वादी साबित हो रही है और शिकायतकर्ताओं के भी समय का अच्छा ख़ासा दुरूपयोग है. शिकायतकर्ता इस आशा में की उसकी समस्याओं का निराकरण किया जायेगा, इस आशय से सी एम् हेल्पलाइन में विश्वास करता है और प्रथम से लेकर चतुर्थ लेवल तक समय और ऊर्जा बर्वाद करता रहता है. अंत  में बिना किस जांच अथवा निराकरण के उसकी शिकायतों को बिना सहमती में बंद कर दिया जाता है. जो शिकायतें चौथे लेवल तक भी बंद नहीं होती उनमे फिर भी सही निराकरण नहीं दिया जाता और ना ही जाँच की जाती. क्योंकि ऐसी भी बहुत सी शिकायेतें हैं जो चौथे लेवल पर भी चल रही होती हैं और उनका सही निराकरण भी नहीं दिया जाता.
अतः या की मेरे मोबाइल नंबर से दर्ज सभी शिकायतों का शिकायातवार पुनः विश्लेषण करें और उनका सही निराकरण करवाएं अन्यथा मैं यही कहूँगा कि मध्य प्रदेश शासन की जन समस्या के निवारण के लिए चलायी जा रही तथाकथित सी एम् हेल्पलाइन मात्र एक असफलता शिद्ध हुई है. कृपया अन्य विकल्प पर विचार करने का कष्ट करें एवं मध्य प्रदेश शासन की सी एम हेल्पलाइन को अविलम्ब बंद करने पर विचार करें.

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शिवानन्द द्विवेदी 





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