दिनांक 24 अक्टूबर 2018, स्थान - गढ़/गंगेव रीवा मप्र
(रीवा, शिवानन्द द्विवेदी)
प्रत्येक पूर्णिमा को परंपरागत रूप से कैथा की पावन भूमि पर संगीतमय मानस का कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है. कार्तिक मास की शरद पूर्णिमा पर इस कार्यक्रम का अपना एक विशेष महत्व हो जाता है. इस बीच काफी संख्या में भक्त श्रद्धालुगण उपस्थित रहेंगे.
शरद पूर्णिमा के साथ ही बढ़ने लगती है ठंडक
शरद पूर्णिमा से यह माना जाता है की शरद ऋतु प्रारम्भ हो जाती है. वातावरण में हल्की फुल्की ठंडक आने से वातावरण सुंदर हो जाता है. वर्षा काल के अंत के साथ ही शरद ऋतु के आगमन से तापमान गिरने लगता है. दिवाली तक ऐसा माना जाता है की ठंडक और बढ़ने लगती है.
मानस में सहयोगी
इस बार आयोजित हो रहे श्रीरामचरित मानस के कार्यक्रम में जो भक्तगण सहयोगी होंगे उनमे से सिद्धमुनि द्विवेदी, गोकुल केवट, बृजभान केवट, दिनेश लोनिया, संजय लोनिया, गणेश पटेल, रामनरेश पटेल, शिवसागर द्विवेदी, बबलू चौबे, कुंजमणि तिवारी, अम्बिका पटेल, धर्मराज, रंजीत, शिवमूर्ति केवट आदि लोग होंगे.
कलयुग केवल नाम अधारा
श्रीराम चरित मानस में बताया गया है की कलयुग में केवल भगवान का नाम ही आधार है. त्रेता, द्वापर सतयुग आदि युगों में ईश्वर और मोक्ष प्राप्ति के लिए विभिन्न प्रकार से जतन किये जाते थे जिंसमे योग, हवन, यज्ञ, दान तप आदि होते थे लेकिन कलयुग में शास्त्रों में बताया जाता है की मात्र ईश्वर नाम का चिंतन स्मरण और मनन करने एवं ईश्वर नाम की कीर्तन करने मात्र से इस भव बंधन से मुक्ति मिल जाती है.
मानस की पूर्णाहुति पर प्रसाद वितरण
दिनाँक 25 अक्टूबर को मानस के समापन पर प्रसाद वितरण का कार्यक्रम रखा जाएगा. इस बीच भारी संख्या में भक्त श्रद्धालुगणों की उपस्थिति की उम्मीद की जा रही है।
संलग्न - संलग्न तस्वीरों में देखें श्रीहनुमान मंदिर प्राँगण में आयोजित कार्यक्रम.
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शिवानन्द द्विवेदी,
सामाजिक एवं मानवाधिकार कार्यक्रता,
ज़िला रीवा मप्र, 9589152587, 7869992139
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