दिनांक 23 अक्टूबर 2018, स्थान - गढ़/गंगेव, रीवा मप्र
(रीवा, शिवानन्द द्विवेदी)
अल्पवृष्टि की वजह से सम्पूर्ण रीवा संभाग में पीने के पानी को लेकर जद्दोजहद प्रारम्भ हो चुकी है. कभी पानी समस्या फरवरी मार्च से प्रारम्भ हुआ करती थी लेकिन इस वर्ष अभी से जलसंकट मंडराने लगा है.
जैसा की विदित है की पूरे ज़िले एवं संभाग में कम बारिस की वजह से किसानों की खड़ी फसलें सूखने की कगार पर है. पहले भी अल्पवृष्टि की वजह से बुवाई में देरी हुई और आधे से अधिक भूमि बुवाई बिना रह गई. जहां किसी प्रकार से बुवाई शुरू भी हुई वहां बाद में पानी की कमी से फसलें सूखने लगी हैं.
रखरखाव के अभाव में नलकूपों की ददुर्दशा
लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी द्वारा नलकूपों का रखरखाव महीनों और वर्षों से सही तरीके से न किये जाने के कारण राइज़र पाइप नही लगे होने से स्थिति भयावह हो गई है. सामाजिक कार्यकर्ता के हस्तक्षेप के कारण दिनांक 22 अक्टूबर को गंगेव पीएचई टीम ने बांस ग्राम का दौरा किया जहां पर दर्ज़नों नलकूपों के काम न करने और राइज़र पाइप की कमी बतायी गई थी. जिस पर सप्ताह बाद पीएचई के ठेकेदारों द्वारा पुरानी पाइप लेकर बदलने का कार्य किया गया. लगभग 7 पाइप बदली गईं जिनमे से ज्यादातर पुरानी पाइप लगाई गईं.
इन नलकूपों की बदली गईं सामग्री
गंगेव पीएचई के ठेकेदार द्वारा जिन जिन नलकूपों में सुधार कार्य कराया गया उनमे से निम्नलिखित हैं - 1) बांस सहकारी समिति एवं शासकीय प्राथमिक स्कूल के पास स्थित नलकूप 2) बांस शासकीय हाई स्कूल के पास स्थित नलकूप 3) मुस्लिम समुदाय के मस्जिद के पास 4) छोटेलाल प्रजापति के घर के पास 5) उमेश सेन के घर के पास. इन सभी नलकूपों में जलस्तर 35 से 40 फीट के अंदर नोट किया गया जो इस क्षेत्र के लोगों के लिए अच्छी बात थी. बताया गया की बांस ग्राम में स्थित स्कूल के पास तालाब की वजह से सभी नलकूपों में जलस्तर ठीक बना रहता है.
इस प्रकार मात्र पांच नलकूपों का सुधार कार्य कराया गया जबकि दो अन्य नलकूपों में जल का अभाव पाया गया. देवी मंदिर बांस के पास स्थित नलकूप भठा हुआ पाया गया वहीं कल्लू पटेल के घर के पास स्थित नलकूप में जलस्तर 130 फीट के नीचे मिला जिसे चालू किया जाना मुश्किल कार्य था क्योंकि 14 राइज़र पाइप डालने पर पाइप लाइन टूटने का डर था. अमूमन अधिकतम 12 से 13 राइज़र पाइप डाले जाने का प्रावधान रहता है।
अभी भी बंद हैं दर्ज़न भर नलकूप
लोगों द्वारा बताया गया की बांस ग्राम के सरकारी नलकूप मैकेनिक जेपी गर्ग की अकर्मण्यता के चलते अभी भी बांस ग्राम के दर्ज़न भर नलकूप बन्द पड़े हुए हैं. ग्रामीणों द्वारा जानकारी दी गई की शिसवा ग्राम के पूर्व नलकूप मैकेनिक लोलर मिश्रा द्वारा कार्य कराया जाता था लेकिन जब से लोलर का स्थानांतरण हुआ तब से जेपी गर्ग ने चार्ज लिया है लेकिन जेपी गर्ग कभी भी मौके पर नही आया जिसकी वजह से वर्षों से बन्द नलकूपों में कोई सुधार कार्य नही हुआ. 22 अक्टूबर को दो गाड़ी आये ठेकेदार के मैकेनिक द्वारा जब नलकूपों को खोला गया तो सभी पाइपों में जंग लगी हुई थी और घूर कचड़ा भरा हुआ था इससे साफ पता चल रहा था की इन नलकूपों को वर्षों से नही खोला गया था.
पताई एवं पनगड़ी पंचायत के भी बन्द हैं दर्ज़नों नलकूप
इस दौरान आसपास के ग्राम क्षेत्रों के उपस्थित ग्राम पताई एवं पनगड़ी के निवासियों प्रमोद सिंह एवं विजय पांडेय आदि द्वारा जानकारी दी गई की जिस प्रकार बांस ग्राम के नलकूप बन्द पड़े हैं उसी प्रकार उनके भी ग्राम पंचायतों में दर्ज़नों नलकूप वर्षों से बन्द पड़े हुए हैं जिन्हें देखने वाला कोई नही है. सभी ने अपने अपने ग्राम के नलकूपों का तत्काल सुधार कार्य कराए जाने की माग की है.
संलग्न - संलग्न तस्वीर में दिनाँक 23 अक्टूबर 2018 को गंगेव ब्लॉक अन्तर्गत बांस ग्राम में पीएचई टीम द्वारा नलकूप सुधार कार्य किया गया. मौके पर लिया गया फोटोग्राफ.
---------------------
शिवानन्द द्विवेदी
सामाजिक एवं मानवाधिकार कार्यकर्ता
ज़िला रीवा मप्र, मोब 9589152587, 78699992139
No comments:
Post a Comment